भारत में अभी कोरोना वायरस का संकट खत्म भी नहीं हुआ है कि कई राज्यों में बर्ड फ्लू फैल गया है। इस एवियन इन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है। कई हजार पक्षी मर गए हैं। ऐसे में ये मानव प्रजाति के लिए कितना खतरना है ये भी जानना बेहद जरूरी है।
एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) क्या है?
एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) नाम की बीमारी ‘एवियन इन्फ्लूएंजा टाइप ए’ नाम के वायरस के संपर्क में आने से होती है। एवियन एक पक्षी का नाम है और इन्फ्लूएंजा बुखार को कहते हैं। ये बीमारी दुनियाभर के जंगली पक्षियों में फैलती है और ये बीमारी घरेलू पोल्ट्री के पक्षियों, जानवरों को भी हो सकती है।
क्या इस बर्ड फ्लू से मनुष्य को भी खतरा है?
सेंटर फॉर डिजीट कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक ये आम तौर पर मनुष्यों में नहीं फैलता है। मनुष्यों में इस तरह का संक्रमण बहुत कम ही दिखता है।
क्या ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक बर्ड फ्लू एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ट्रांसमीट हो सकता है, लेकिन ये भी आमतौर पर नहीं होता है।
बर्ड फ्लू के लक्षण
- कफ
- बुखार
- गले में दर्द
- बदन दर्द
- सिरदर्द
- सांस लेने में दिक्कत
क्या अंडे, चिकन नहीं खाना चाहिए?
जी नहीं, गर्मी आते ही एवियन वायरस का प्रभाव कम हो जाता है। इसलिए पकाए हुए किसी भी तरह के खाने से खतरा नहीं है। लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि मीट को अच्छी तरह से पकाया गया हो और इसे पकाते वक्त साफ-सफाई का भी खास ध्यान रखा जाए।
क्या हमें चिंतित होना चाहिए?
बर्ड काउंट इंडिया के मुताबिक पिछले 7 से 10 दिनों में देश के कई अलग-अलग हिस्सों से जंगली पक्षियों की मौत की खबरें सामने आई हैं। हालांकि इस वक्त कोई नहीं जानता कि ये चिंतित करने वाला मुद्दा है या नहीं।